Tuesday 24 February 2015

मनुष्‍य-जाती ने बच्‍चों पर जितना अनाचार किया है किसी और पर नहीं।
जब सारी दुनिया में सब अनाचार मिट जाएंगे, जब अंतिम अनाचार जो मिटेगा,वह होगा मां-बाप के द्वारा किया गया बच्‍चों के प्रति अनाचार होगा।
वह अनाचार दिखाई नहीं पड़ता, क्‍योंकि प्रेम की बड़ी हमने बकवास उठा रखी है।
कि हम सब प्रेम के कारण कर रहे है, तुम बच्‍चे को मारो प्रेम के कारण,सिखाओ कुछ तो प्रेम के कारण, तो बच्‍चा इनकार भी नहीं, विद्रोह भी नहीं कर सकता।
सबसे पहले विद्रोह किया गरीबों ने अमीरों के खिलाफ,तब किसी ने सोचा भी नहीं था कि ए‍क दिन स्त्रीयां पुरूषों के खिलाफ बगावत कर देंगी।
अब स्त्रियों ने बगावत की है पुरूषों के खिलाफ़।
अभी कोई सोच भी नहीं सकता है कि एक दिन बेटे,बच्‍चे मां-बाप के खिलाफ बगावत करेंगे, मैं तुमसे कहता हूं, आगाह रहना।
वो दिन जल्‍दी ही आएगा, करना ही पड़ेगा।
जिस दि बच्‍चें मां-बाप के खिलाफ बगावत करेंगे,उस दिन साफ होगी बात कि मनुष्‍य–जाति ने अनंतकाल से कितने अनाचार बच्‍चों पर किया है।


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